Google AMP, जिसका पूरा नाम ‘Accelerated Mobile Pages’ है। Google AMP एक Technical Initiative है, जो वेब पेज को फटाफट लोड करने के लिए डिज़ाइन की गई है।
इसका मुख्य उद्देश्य है, मोबाइल डिवाइस पर वेब पेज को तेज़ी से और Modified Form में लोड करना है। ताकि यूजर को बेहतर अनुभव मिल सके।
ऐसे पहचानें Google AMP –
जब यूजर गूगल सर्च इंजन का उपयोग करके मोबाइल डिवाइस पर सर्च रिजल्ट देखते हैं, तब गूगल एमप पेजेज को पहचाना जा सकता है। Google AMP पेजेज को पहचानने के लिए इसमें कुछ Featured Links होते हैं, जो यूजर को Clearly बताते हैं कि एक पेज AMP Technique का उपयोग करके तेज़ी से लोड होगा।
इन चीज़ों को ध्यान में रखते हुए आप जान सकते हैं कि कौन-सा पेज गूगल एमप है –
- सर्च रिजल्ट में लोगो : जब आप गूगल सर्च करते हैं और कोई साइट गूगल एमप का उपयोग करती है तो उसके सर्च रिजल्ट में एक चोटी पर लोगो की बजाय Lightning का Sign हो सकता है, जो Indicate करता है कि यह साइट गूगल एमप पेजेज उपलब्ध करती है।
- URL में “/amp/” : कुछ साइट अपने Google AMP पेजेज को पहचानने के लिए उनके मुख्य URL के बाद ‘/amp/’ जोड़ती हैं। जैसे :- एक मुख्य साइट का URL यदि ‘example.com’ है तो उसके Google AMP पेज का URL ‘example.com/amp/’ हो सकता है।
- साइट के robots .text file : साइट के Robots .text file में, जो साइट की आउटलाइन को कंट्रोल करती है, वह Google AMP पेजेज को Inform करने के लिए Specified Directory को शामिल कर सकती है।
अगर आप किसी Specific वेब पेज को देख रहे हैं और यह जानने के इच्छुक हैं कि यह गूगल एमप है या नहीं तो आप उस पेज के URL के इंटरफेस पर जाकर यह चेक सकते हैं या Direct सर्च रिजल्ट में उस पेज के लोगो या फिर Sign को टेस्ट कर सकते हैं।
Google AMP कैसे काम करता है?
Google AMP Open वेब में काम करता है तथा लगभग सभी Browser में यह सपोर्ट करता है। जब किसी भी वेबसाइट का AMP Version बनाया जाता है तो उस वेबसाइट के Standard पेज के Source Code के अन्दर HTML Tag के साथ इस पेज के लिए एक लिंक तैयार हो जाता है।
जब वेबसाइट में इस Technique का उपयोग करते हैं तो इस तरीक़े से किसी भी वेबसाइट के इस Version का पेज डिस्प्ले हो जाता है।
ऐसा करने से वेबसाइट के पेजेज Web Crawlers की नज़र में जल्दी आ जाते हैं और इसी वजह से जो Referring वेबसाइट और सर्च इंजन होते हैं, वह किसी भी Standard Version के Comparison में इस वर्शन के लिंक को पहले सर्च कर लेते हैं।
Google की यह Technique SEO के लिए बहुत Beneficial साबित होती है क्योंकि यह बहुत तेज़ी से पेजेज को लोड करता है। गूगल एमप इसीलिए बहुत फ़ास्ट लोड होता हैं क्योंकि किसी भी Standard पेज का सिर्फ़ Main Content ही उस पेज में शो किया जाता है।
Widgets और Extra Contents जो Standard पेज में होते हैं, उन्हें इसके वर्शन में नहीं लोड किया जाता। इस तरह पेज का साइज़ बहुत कम हो जाता है और पेज सुपर फ़ास्ट स्पीड से लोड हो जाता है।
गूगल रिपोर्ट के मुताबिक वह पेजेज जिन्हें Google सर्च रिजल्ट में शो करता है, वह एक सेकंड से भी कम समय में लोड हो जाते हैं। Standard पेजेज के Comparison में यह पेजेज 10 गुना कम डेटा उपयोग करते हैं।
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Google AMP के फ़ायदे (Benefits of Google AMP) –
Informational वेबसाइट का अधिक फ़ायदा –
यदि देखा जाए तो Information वेबसाइट के लिए गूगल एमप बहुत फायदेमंद साबित हुआ है क्योंकि इन वेबसाइट में विडियो या पिक्चर के मुकाबले Text अधिक होता है और अगर Extra Extensions को रिमूव कर दिया जाए तो वेबसाइट Automatically Fast हो जाती है।
वेबसाइट की लोडिंग टाइम पर असर –
यदि आप मोबाइल यूजर हो तब आपने यह ज़रूर नोटिस किया होगा कि गूगल एमप के Implimentation से वेबसाइट का लोडिंग टाइम बहुत कम हो गया है। यह Extra Extensions को लोड नहीं करता, जिससे साइट काफ़ी फ़ास्ट चलती हैं।
मोबाइल रैंकिंग में बढ़ोत्तरी –
गूगल एमप से Directly तो मोबाइल रैंकिंग नहीं बढ़ती परन्तु Indirectly इस पर ज़रूर असर पड़ता है क्योंकि इसके उपयोग से साइट फ़ास्ट ओपन होती हैं, जिससे वेबसाइट का Response Time भी बहुत अच्छा हो जाता है और ट्रैफिक भी बढ़ने लगता है और Ultimately इससे मोबाइल रैंकिंग भी बढ़ जाती है।
Server Performance –
गूगल एमप के कारण साइट फ़ास्ट ओपन होती हैं, जिससे वेबसाइट में बहुत अधिक ट्रैफिक आता है और सर्वर के ऊपर अधिक लोड भी नहीं पड़ता। जिस वजह से सर्वर की परफॉरमेंस भी काफ़ी बढ़ जाती है।
Mobile यूजर और Fast Surfing –
Mobile में Surf करना बहुत मुश्किल होता है और अगर वह भी शो लोड होने लगे तो फिर तो यूजर कहीं ज़्यादा Exhaust हो जाते हैं परन्तु AMP की सहायता से लोडिंग टाइम काफ़ी हद तक कम जाता है, जिससे मोबाइल यूजर को Fast Surfing की सुविधा मिलती है।
Bounce Rate होगा कम –
गूगल एमप के प्रयोग से आपका पेज तेज़ी से लोड होता है और इस कारण Usually Visitors आपकी साइट पर ही बने रहते हैं। Google की एक स्टडी से पता चला था कि अगर किसी मोबाइल साइट को लोड होने में 23 सेकंड से ज़्यादा समय लगता है तो 53% वेबसाइट विजिट छोड़ दी जाती हैं।
इसके सिवा, गूगल एमप का उपयोग करने वाले Publishers को Potentially एक पेज पर बिताए गए समय में 2 गुना Growth मिल सकती है और आपकी वेबसाइट पर ज़्यादा समय का मतलब आपके Content का अधिक देर तक पढ़ा जाना। जिस कारण आपके ब्लॉग का बाउंस रेट भी बहुत कम हो जाता है।
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Google AMP के नुक्सान (Disadvantages of Google AMP) –
Cache Storage Issue –
Google AMP Cache की सहायता से ही किसी वेबसाइट की प्रदर्शन बढ़ाता है परन्तु इसका उस वेबसाइट पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है क्योंकि इसमें बहुत-सी Cache Memory सिर्फ़ वेबसाइट को स्टोर करने में उपयोग हो जाती है।
Ranking Factor –
Ranking Factor Google AMP के ऊपर आधारित नहीं है और Google ने भी साफ़-साफ़ यह कह दिया है कि किसी भी वेबसाइट की रैंकिंग के लिए Google AMP का कोई रोल नहीं है इसलिए जो Bloggers ऐसा सोच रहे हैं कि Google AMP को Implement करने से उनके Blog की रैंकिंग बढ़ जाएगी तो अब उन्हें इस भ्रम से बाहर निकलना पड़ेगा।
वेबसाइट के Analytics पर असर –
Google AMP Google Analytics को सपोर्ट करता है, यह बात सच है परन्तु इसके लिए उन AMP पेजेज में बहुत सारे अलग-अलग टैग का उपयोग करना पड़ेगा लेकिन यह इतना आसान नहीं है। इसका Implement करने से यह कुछ मात्रा में Analytics का Usage वेबसाइट में कम कर देता है, जोकि वेबसाइट के ऊपर नकारात्मक प्रभाव डालती है।
E-Commerce वेबसाइट Friendly नहीं –
E-Commerce वेबसाइट में सबसे अधिक ads होती हैं और वहाँ पर Products को शो करने के लिए अधिक पिक्चर होती हैं तथा text काफ़ी कम होता है। Google AMP का उपयोग करने से यह सभी चीज़े हट जाएँगी, जिससे उनके Revenue पर भी असर पड़ेगा।
Advertisement Revenue –
Google AMP का उपयोग करने से वेबसाइट में Advertisement की मात्रा काफ़ी हद तक कम हो जाती है, जिससे Advertisment Revenue में भी घाटा होता है और Bloggers को अपनी आय के कुछ भाग से समझौता करना पड़ता है।
Lack of Knowledge –
Google AMP सिर्फ़ तभी काम करता है, जब यूजर किसी वेब पेज के Google AMP के वर्शन पर क्लिक करते हैं जबकि Studies से पता चला है कि AMP Library किसी डॉक्यूमेंट को लाने के लिए सर्वर रिक्वेस्ट की नंबरिंग को 77% तक कम कर सकती है।
यदि इसे सही तरीक़े से लागू नहीं किया जाता तो Google AMP का वर्शन हमेशा Implemented नहीं किया जाता है जबकि Google AMP को लगभग 7 साल हो गए हैं और यह अभी भी प्राथमिक अवस्था में ही है।
निष्कर्ष –
अगर आपने अपनी वेबसाइट पर बहुत बढ़िया-बढ़िया Post लिखे हुए हैं परन्तु आपकी वेबसाइट बहुत स्लो लोड हो रही है तो फिर Readers भी आपके Content को पढ़ने में रुचि नहीं दिखाएँगे क्योंकि आज के समय में 5G की रफ़्तार से चलने वाले इंटरनेट की दुनिया में कोई भी पेज लोडिंग में अपना टाइम नहीं वेस्ट करना चाहेगा।
फ़ास्ट लोडिंग पेजेज का दूसरा नाम Google AMP है, यह Blog पढ़कर आपको पता तो चल ही गया होगा कि यह किसी भी वेबसाइट के लिए कितना ज़रूरी है, फिर चाहे वह कोई E-commercial वेबसाइट हो या ब्लॉगिंग वेबसाइट सभी को अपना बाउंस रेट कम रखना होता है, Fast Surfing चाहिए होती है, लोडिंग टाइम कम से कम रखना होता है आदि और यह सभी सुविधा पाने के लिए आपको Google AMP को अपनाना होगा।
FAQs –
Q.1 किस प्रकार की वेबसाइट के लिए Google AMP उपयोग करना सही होता है?
Ans. सभी informational websites जैसे :- News websites या blog websites के लिए Google AMP का use करना सही होता है।
Q.2 क्या Google AMP पेजेज का SEO पर कोई impact पड़ता है?
Ans. जी नहीं, Google AMP pages का SEO पर कोई impact पड़ता परन्तु speed increase हो जाने से इन websites की value reader की नज़रों में बढ़ जाती है।
Q.3 क्या Google AMP पेजेज पर revenue कम आता है?
Ans. जी नहीं, ऐसा ज़रूरी नहीं है। Google AMP पेजेज पर adsense के दूसरे code का उपयोग किया जाता है, जिससे वह साइट पर तेज़ी से अपलोड हो सकते हैं।