CDMA क्या है – CDMA Full Form – Code Division Multiple Access है। यह एक Digital Cellular Technology है जो की Spread Spectrum Technique का Use करता है।
CDMA क्या है (CDMA Kya Hai in Hindi) –
CDMA Full Form – Code Division Multiple Access है। यह एक Digital Cellular Technology है जो की Spread Spectrum Technique का Use करता है।
दुसरे Technology कैसे GSM जो की TDMA का Use करती है। इनके विपरीत CDMA में कोई भी प्रकार की एक Specific Frequency User को Assign नहीं होती। बल्कि सभी Channel Full Available Spectrum का Use करते है।
इसमें Security पर बहुत ध्यान दिया जाता है और Individual Conversation को Encode किया जाता है। Pseudo – Random Digital Sequence के सहायता से दुसरे Digital Cellular Technology के मुकाबले ये बेहतर Data तथा Voice Communication Provide करती है।
CDMA एक military technology है। जिसे सबसे पहली बार दुसरे विश्व युद्ध के दोरान अंग्रेजों के द्वारा Germans के विरुद्ध Use में लाया गया था।
इसका Use Transmission को जाम करने के लिए होता था। जिससे की वो Correct Signal नहीं भेज सकते।
Qualcomm नाम की Company ने सीडीएमए Technology के लिए Communication Chip Design की जाती थी।
और जब ये Information Public हुई तब Qualcomm ने इस पर अपना Patent दायर किया और सबसे पहली Company बन गयी। इसे Commercialize करने वाली।
CDMA Technology Features –
अगर हम CDMA Technology Features की बात करें तो इसकी बहुत से विशेषताए है। जिन्हें मैंने निचे Mention कर दिया है। ताकि आपको समझने में आसानी हो।
- Code Division Multiple Access एक प्रकार की Multiplexing है। जो बहुत से Signals को एक Single Transmission को Occupy करने के लिए Enable करती है। यह Bandwidth को Use करने की क्षमता को बढाता है।
- यह एक ऐसी Technique है। जिसे Spread Spectrum Technique कहा जाता है। यह बहुत सारे Users को एक साथ Same Time और Frequency में Fixed Space, Band में Occupy करने के लिए Allow करता है।
- CDMA में Individual Conversation को Encode किया जाता है। Pseudo – Random Digital Sequence की सहायता से।
- इस Technology का Use Ultra – High – Frequency (UHF) Cellular Telephone System में होता है। जहाँ Band की Range 800MHz से 1.9GHz तक होता है।
- यह Technology दुसरे Technology जैसे Time Division Multiple Access and Frequency Division Multiple Access से काफी अलग है। यहाँ User को पूरा Bandwidth, पुरे समय का access है।
- सीडीएमए का Basic Principle है की अलग अलग CDMA Codes का Use होता है। Different Users को Distinguish करने के लिए।
- यहाँ जिस Technique का Use होता है, वो Direct Sequence Spread Spectrum Modulation (DS – CDMA), Frequency Hopping or Mixed CDMA Detection (JD CDMA).
- यहाँ जब Signal Generate होता है, तो उसे पुरे Bandwidth के ऊपर Extend करते है। एक Code जिसे Spreading Code भी कहा जाता है। इसका Use करके ये Work किया जाता है।
GSM और CDMA में अंतर –
इनमे अंतर निम्न प्रकार से है –
Technology –
- CDMA Spread Spectrum Technology के ऊपर आधारित है। जो मोजुदा Bandwidth का पूरा Use करता है। यह हर एक User को पुरे Frequency Spectrum में Transfer होने के लिए Allow करता है।
- वहीँ GSM Wedge Spectrum के ऊपर आधारित है। जिसे की Carrier भी कहते है। यह Carrier को बहुत सारे Time Slots में Divide किया जाता है और हर User एक Different Time Slot दिया जाता है। और जब तक वो Ongoing Call ख़त्म नहीं हो जाता। कोई दूसरा Subscriber उसे Use नहीं कर सकता।
- GSM दोनों Techniques TDMA और FDMA का Use करता है। User और Cell Separation के लिए। TDMA Multi – User Access प्रदान करता है।
SIM Cards –
- GSM Phone में एक Specialized Card चाहिए। जिसे Subscriber Identity Module (SIM) भी कहा जाता है।
- यह SIM Carrier Specific होते है और इन्हें एक Phone से दुसरे में बदला जा सकता है। बिना किसी Data के Loss हुए।
- सीडीएमए Device में SIM Cards की जरुरत नहीं है। बल्कि वो Electronic Serial Numbers (ESNs) पर निर्भर करते है।
- CDMA Phone में अगर आपको Phone को Activate करना है। तब User को अपने Carrier को Call करना पड़ेगा तथा Online System का Use करना पड़ेगा। ‘ESN’ Change के लिए। यहाँ SIM Card के न होने के कारण Device Swapping बहुत ही कठिन है।
Flexibility –
- GSM ज्यादा Flexible है। सीडीएमए की तुलना में, यहाँ SIM Card को आसानी से एक Mobile से दुसरे Mobile में बदला जा सकता है। वहीँ CDMA तभी काम करेगा अगर ESN Database में Registered हो।
- अगर CDMA Phone बंद हो गया। तो आपको नया Phone खरीदना होगा। वहीँ GSM में ऐसा करने की कोई जरुरत नहीं है।
Spectrum Frequencies –
- GSM Network 850MHz और 1900MHz के Frequency Spectrum में काम करता है।
- CDMA Network 850MHz और 1900MHz के Frequency Spectrum में काम करता है।
Radiation Exposure –
- GSM Phone में ज्यादा Radiation होती है क्यूंकि वो Continuous Wave Pulses Emit करते रहते है। जिस कारण इन Radiations को कम करने की जरुरत है।
- सीडीएमए Phone ज्यादा Radiation Emit नहीं करती है। अगर तुलना की जाये तो GSM Phone 28 Times से ज्यादा Emit करती है, CDMA Phone की तुलना में। इसी कारण GSM Phone ज्यादा Biological Reactive होती है, सीडीएमए की तुलना में।
Global Reach –
- GSM Network पुरे दुनिए में 80% से भी ज्यादा Mobile Networks में Use कीया जाता है। वहीँ सीडीएमए कहीं गिने चुने जगहों में ही Use में लाई जाती है।
- दोनों ही Technologies को 3G Standard Phones में Use किया जाता है। लेकिन 3G में GSM की Speed ज्यादा Fast है, CDMA की Speed तुलना में।
FAQs –
Q. 1 CDMA का पूरा नाम क्या है?
Ans. CDMA का पूरा नाम – Code Division Multiple Access है।
Q. 2 सीडीएमए का क्या अर्थ है?
Ans. सीडीएमए दूसरी पीढ़ी (2G) और तीसरी पीढ़ी (3G) Wireless Communication में Use किए जाने वाले कई Protocol में से किसी एक को संदर्भित करता है।
Q. 3 सीडीएमए का उपयोग क्यों किया जाता है?
Ans. सीडीएमए मूल रूप से एक Military Technology थी। इसका उपयोग डेटा संचारित करने के लिए किया जाता है।
Q. 4 सीडीएमए का उपयोग कौन से देश करते है?
Ans. सीडीएमए का उपयोग संयुक्त राज्य अमेरिका, दक्षिण कोरिया, जापान और कनाडा जैसे देशों ने भी सीडीएमए का उपयोग किया।
Q. 5 सीडीएमए तकनीक का आविष्कार किसने किया था?
Ans. Qualcomm के Co-Founder Irwin Jacobs (इरविन जैकब्स), Klein Gilhousen (क्लेन गिलहाउसेन) और Andrew Viterbi (एंड्रयू विटर्बी) ने CDMA में प्रमुख योगदान दिया।
निष्कर्ष (Conclusion) –
CDMA क्या है – दोस्तों आज हमने आपको “CDMA क्या है” के बारे में सारी जानकारी उपलब्ध करवाई है। अगर आपको यह Article अच्छा लगा है तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरुर Share करें और अगर आप इस Article से सम्बंधित कोई सवाल पूछना चाहते है।
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