Tor Browser – How to Download Tor Browser | Follow Top 5 Tips use of Tor Browser

Tor Browser क्या है? – Tor Browser एक वेब Browser है जिसका उद्देश्य Internet ब्राउज़ करते समय Confidentiality और अनजाने में रहने की Facility Provide करना है। “Tor” का नाम “The Onion Router” से आया है, जो इसकी Nerve Technology को Represented करता है।

यह आपके Internet Traffic को एक Volunteer Operated सर्वरों के नेटवर्क, जिन्हें Node or Relay भी कहा जाता है, के माध्यम से Misappropriation करने के लिए Root करके आपकी पहचान और स्थिति को Hide का काम करता है। इस प्रक्रिया में कई Layers का use किया जाता है, इसलिए इसे “onion” Routing System के रूप में जाना जाता है। तो चलिए शुरू करते है …. 

 

Tor Browser क्या है? 

Tor Browser की बात करूँ तो ये एक ऐसा Software है जिसके Help से users  Internet को Anonymously या Confidentiality से Browse कर सकते है। इस Browser को Tor Project के द्वारा बनाया गया है जो की एक Non Profit Organization है और जो Internet में Confidentiality की बढाई करता है।

Tor Browser का असली नाम Onion Router है क्यूंकि ये Onion Routing की Technique का use करता है जिसकी Help से users की Online Activity को Secret रखा जाता है।

Tor Project की Maximum Funding US Government ने की है, इसलिए अगर इसे एक अलग नज़र से देखा जाये तो ये एक ऐसा Tool है जिसकी Help से दुसरे Countries पर अधिकार के रूप में इसका use किया जा सकता है।

या यूँ कहे तो Tor एक ऐसा जरिया है जिसकी Help से कोई भी user अपने Internet Footprints को Hidden सकता है, लेकिन ये VPN से अलग है। ये दोनों को एक साथ use किया जा सकता है लेकिन इसके बारे में हम आगे जानेंगे।

अगर में आपको एक दुसरे Attitudes से समझाऊं तो Tor Browser एक Gateway या द्वार है Deep Web या फिर जिसे Dark Web भी कहा जाता है और जो की Internet का Majority Part है। अगर में आपको इसके बारे में आसान Language में बताऊँ तो यदि Internet एक Iceberg है तो जो Part हम अपने Normal Browser से देख सकते है या वो जो की Google में हम Search कर सकते है वो केवल Iceberg का Tip है।

लेकिन जो बड़ा Part हमें दिखाई नहीं देता और जिसे Google की Search Engines भी नहीं Search कर सकती वो है Dark Web, या वो उस Iceberg का वो Part है जो की पानी के अन्दर Drowne हुआ है और वो हमें नज़र नहीं आता।  और इस भाग के Internet को हम अपने Normal Browser के Help से Search नहीं कर सकते और उन्हें सिर्फ Tor Browser से ही देखा और use किया जा सकता है।

Tor Browser का use Main रूप से Journalist और Activists करते है जो की ऐसे देश में रहते है या काम करते है जहाँ की Internet के use में बहुत Restriction है। और Tor Browser की Help से वो अपना काम कर सकते है।

अभी हाल में ही आप सभी लोगों ने Edward Snowden का Name तो सुना ही होगा जो की American Government के बारे में कुछ Secrets Public में Expose किया था।  और माना जा रहा वो भी Tor Browser का use करता था।

Tor Browser का Main काम users का Identity को Secret रखे और ऐसा करने के लिए वो आपके Traffic को बहुत से अलग अलग Tor Servers से गुजारते है और इसके साथ उन्हें Encrypt भी किया जाता है जिससे की कोई चाहे भी तो आपको Trace नहीं कर सकता। और कोई आपको Track करने की कोशिश भी करे तो भी आपके Exact Location के बारे में उसे पता नहीं लगा सकेगा।

Tor Browser
Tor Browser

 

क्यूँ Internet Secure नहीं है? – 

अगर आपको ये समझना है की Tor Browser कैसे काम करता है तो पहले आपको ये समझना पड़ेगा की Internet कैसे काम करता है। अगर में Internet Basic की बात करूँ तो ये Series of Connections है Computers के बीच जो कि एक दुसरे से कुछ दुरी पर स्तिथ है। सुरुआत के दिनों में Computers Isolated हुआ करता था, कहीं किसी से Communicate नहीं किया करते थे।

लेकिन जैसे-जैसे Technology में तरक्की हुई वैसे-वैसे Engineers ने Computers को आपस में add के बारे में Research किया और वो सफल भी हुए और पहला Network का Invention हुआ।  लेकिन यहाँ भी Computers को पास पास रहने की जरुरत थी।  फिर Fiber Optics के Invention के बाद दुरी अब एक दुविधा नहीं रह गई और ये Network को Continents के बीच में भी Establishment की जा सकी जिससे की Internet का Birth हुआ।

कुछ Computers Internet की Data को Store करते है जिन्हें की Server कहा जाता है। और जिस Device की Help से उन Information को Access किया जाता है उन्हें Client कहा जाता है, वे SmartPhone, PC, Tab या कोई भी Device हो सकते है।

और इन दोनों के बीच के Connection को Transmission Media कहा जाता है, जो की Fiber Optics, lan Cable या Wireless Signal भी हो सकते है। वैसे देखा जाये तो Clients की जरुरत की Information वो Server से लाते है लेकिन ये Data Flow दोनों और से ओ सकता है।

ये Data को Internet में Packets के हिसाब से Send किया जाता है। हालाँकि इन Packets में Sender और Receiver के बारे में Information होती है लेकिन कुछ लोग और Organizations भी Data को Monitor कर सकते है और जो की ऐसे ही Information को Web में Access कर सकते है।

ये Data को अब केवल Server ही नहीं देख सकता बल्कि ये एक Traffic Analysis business बन चूका है जिसमें की दोनों Private और Government Organizations इन Message Flow को देख और Analyse कर सकते है। इन्ही Data को Tor Browser Encrypt कर देता है ताकि users की Online Footprints को आसानी से Track किया न जा सके।Tor Browser

Tor Browser 

Tor Browser को Download कैसे करे –

आपकी Information के लिए बता दूँ की Tor Browser को use या Download करने के लिए आपको पैसे देने की जरुरत नहीं क्यूंकि ये बिलकुल Free of Cost है। इसे आप यहाँ से Download कर सकते है।

यहाँ पर आपको Tor के Modified Versions Windows, Mac OS X और Linux के लिए आपको मिल जायेंगे।  जो की आप बड़ी आसानी से Install कर सकते है और use भी कर सकते है।

Tor Browser का इतिहास –

Tor Main रूप से Onion Routing के Principles के ऊपर Based है। और इसे Paul Syverson, Michael G। Ree ओर Nick Mathewson के द्वारा United States Naval Research Laboratory में सन 1990 में विकास किया गया था।

Tor Browser के Alpha Version का नाम रखा गया ‘The Onion Routing Project’ या Tor Project जिसे की Roger Dingledine और Nick Mathewson के द्वारा विकास किया गया।  और इसे September 20, 2002, में Launch किया गया।

इसके बाद के Research and Development को Electronic Frontier Frontier Foundation (EFF) के द्वारा किया जा रहा है। इस Project का पूरा Responsibility Tor Project Inc।  के द्वारा किया जा रहा है जो की के Non-Profit Organization है। इस Project को US और Swedish Government के द्वारा Fund किया जा रहा है।

Tor Browser
Tor Browser

Tor Browser कैसे काम करता है? – 

अब बात उठता है की Tor Browser काम कैसे करता है। तो आपकी Information के लिए बता दूँ की Tor Onion Routing के Principle पर काम करता है। जिसमें पहले user Data को Encrypt किया जाता है और फिर उसे Transfer किया जाता है विभिन्न Relays की Help से जो की Tor Network में मौजूद रहते है, जिससे की एक Multi-Layered Encryption बनकर तैयार होता है (जैसे की प्याज में होता है), इससे user की Identity Safe रहती है।

सभी Tor Relay में एक Encryption Layer को Decrypt किया जाता है, और बाकि बची Data को आगे Random Relay में Send किया जाता है और ये काम तब तक होता है जब तक की वो अपने Destination Server में न पहुँच जाये।

Destination Server में जो Last Node Appear होता है वो Origin of Data का तरह Seem होता है। इसीलिए ये user की Identity को Trace कर पाना बहुत ही मुस्किल है। users को Anonymity Provide करने के साथ साथ Tor Websites को भी Anonymity Provide कर सकता है, Tor Hidden Service के तोर में।

इन्हें भी पढ़ें – URL क्या है?
                   VPN क्या है?
                   Protocol क्या है?

Tor Browser का use कैसे करे –

सबसे पहले काम जो आप कर सकते है वो है की आपको Tor Browser को Download करना होगा, Actually में ये Firefox का Modified Version होता है। लेकिन यहाँ ध्यान दें की आप सही Source से ही Download करें ताकि ऐसा न करना आपको बाद में Overwhelming पड़ सकता है।

वैसे मैंने ऊपर Download की Link दे दी है। उसके बाद आपको Tor Browser को Install करना है। ये Normal Program की तरह Install नहीं होगा बल्कि ये Automatically आपके Desktop में Install हो जायेगा। ऐसा इसलिए ताकि Tor एक Portable Browser है इसलिए ये आपके Program Files में Install न होकर आपके Desktop पर ही Install हो जाता है ।

वैसे अगर आप Tor Browser के Install Location को बदलना चाहें तो आप ऐसे कर सकते है बस आपको Install Location को Browse का Option को चुनकर ऐसा कर सकते है। बाकि सभी Procedure Normal Program Installation की तरह ही है।

एक बार आपका Browser Install हो जाता है, एक Tor Browser के Name से Folder बन जायेगा जहाँ की आपके Tor Browser के सभी Files स्टोर रहेंगे। उसके अन्दर आपको एक File दिखेगी जिसमें लिखा होगा की स्टार्ट Tor Browser। उसे Click करने पर आपको एक Option दिखेगी की क्या आप Directly Tor Network से Connect होना चाहते है या फिर Proxy Setting को पहले Configure करना चाहते है।

अधिकतर लोग Direct Connection ही चुनते है। लेकिन अगर आप VPN-through–Tor का तरीका use करना चाहते है तब आपको Manually इन Proxy Setting को Set करना होगा।

और ऐसा करने के बाद आप Tor Browser के साथ बिलकुल Connect हो जाते है, यदि आपको फिर भी मन में संका आ रही है तब आप IP Address Checker की Help से अपने IP को Check कर सकते है। यदि आपका Original IP Show नहीं कर रहा है तब आप सही तरीके से Connected है।

Tips जब आप Tor Browser का use कर रहे हों – 

एक बार जब आप Tor Browser के साथ Connect हो जायेगे तब यहाँ निचे दिए गए कुछ Tips का पालन जरुर करें –

  • Tor Browser का use करते समय केवल HTTPS वाले Websites के Enter करें और HTTP वाले Websites में Enter न करें।  ऐसा इसलिए क्यूंकि HTTPS वाले Websites ज्यादा Secure होते है HTTP वाले विकिपीडिआ Website की तुलना में। 
  • P2P Traffic का use Tor में न करें क्यूंकि Tor को Peer-to-Peer File Sharing के लिए नहीं बनाया गया है और इसे बहुत से Exit Nodes में Reject कर दिया जायेगा।  इसके साथ P2P Traffic Tor Browser का बहुत हद तक Slow कर देती है, इसके साथ इससे आपके Online Anonymity को लेकर बहुत चिंता भी है। 
  • हमेशा Cookies को Delete कर दें क्यूंकि ऐसे करने से आप Online में अपना गुमनामी बजाए रखेंगे। 
  • अपने Real Email का use बिलकुल भी न करें क्यूंकि इससे आपको Track करने में आसानी ओ सकती है। 
  • Tor Browser को use करते वक़्त Google का use कभी भी न करें क्यूंकि Google हमेशा हमारे Browsing Habits की Data को Fetch कर के ले लेता है जिससे की वो उसी प्रकार के Ads दे सकें।  इसके बदले में आप DuckDuckGo Search Engine का use कर सकते है। 

Tor Browser की Alternative क्या है –

अगर में Tor की Alternative के बारे में बात करूँ तो आप Hornet का use कर सकते है जो की एक नया Anonymity नेटवर्क है जो की Higher Network Speed Provide करता है Tor की तुलना में।

इसके साथ I2P और Freenet जैसे दुसरे Anonymity नेटवर्क है जो की Tor के Alternative के Maths से use किये जा सकते है। इसके अलावा Tails और Subgraphs OS ऐसे दो Linux-based Distributions है जिन्हें की Tor Support के Base पर बनाया गया है।

क्या आपका Tor Browser का use करना सही रहेगा? –

वैसे Tor Browser एक बहुत ही Excellent, Safe, Secure और Anonymous Medium है अपने Online Presence के Vision से।  और ये एकदम Free है। हालाँकि Developers ने इसे Good Works के लिए बनाया था लेकिन कुछ लोग ऐसी Facility का Wrong advantage उठा रहे है और कई प्रकार के illegal कम कर रहे हैं।

ऐसे लोगों को रोकना भी इतना आसान नहीं है क्यूंकि Tor को कुछ इसप्रकार से बनाया गया है की इसमें Track किया नहीं जा सकता।  इसका Main उद्देश्य था की लोगों की Track Free Browsing का मज़ा मिल सके लेकिन लोग इसका दुर्व्यवहार कर रहे है इसलिए ऐसे में सभी बात हमारे ऊपर है की हम कैसे इसका use करते हैं।

 

Tor Browser का किस प्रकार के लोग use करते है? –

Tor Browser को खास कर जो लोग use करते है उनमें है – BlackHat Hackers, Gray Hat Hackers और White Hat Hackers और इसी Type के Technical लोग जो अपनी पहचान को छिपाकर रखना चाहते है। आपको सायद पता ही होगा IP यानी Internet Protocol जो कि आपकी Internet की पहचान होती है। 

जिस से आपकी पहचान का पता चल पाता है कि आप Internet पर क्या है आपकी Location क्या है आप का Service Provider कौन है और भी बहुत कुछ।

जैसे आपकी पहचान के लिए आपके पास Identity Card होता है ठीक उसी तरह आपकी एक Internet पर IP भी पहचान होती है जो आपके पहचान को बताती है पर यही Tor Browser का काम शुरू होता है जो आपके Real Identity को छुपाने में Help करता है। Tor आपके Real IP को दूसरे IP से बदल देता है और दुसरे को अन्य से।

Tor Browser का लोग क्यों use करते है? – 

इस सवाल का जवाब तो आ समझ ही गए होंगे, Tor Browser का use करके लोग अपने IP Address को छुपाने के लिए use करते है। क्योंकि ये सबसे आसान और Simple जरिया है अपने Original IP Address को छुपाने का जिसके बाद कोई भी आसानी से Internet पर Safe ढंग से Surfing कर पाता है।

 

Tor Browser Slow काम क्यों करता है? –

जैसा कि मैंने पहले ही आपको बताया था कि Tor Browser कई IP’s का use करता है ये Direct उसके Server से Connect करने के बजाए, Connection के हर एक के बीच एक एक नया IP को Add कर देता है जिसके बाद यह कार्य करता है।

इसके IP’s अलग-अलग Country’s से हो कर अपने Relay के साथ Circuit को पूरा करती है फिर उस Site को Open करती है जिसकी वजह से यह बहुत Slow कार्य करती है, इसके ऐसा करने से आपका IP Address Safe रहता है।

इन्हें भी पढ़ें – Computer Virus क्या है?
                  Google Passkey क्या है?
                  Advantages of DBMS in Hindi 

 

 

निष्कर्ष (Conclusion) – 

Tor Browser एक Confidentiality – मुक्त Web Browser है जो आपके Internet Activities की Confidentiality को बढ़ावा देने और आपकी पहचान को छिपाने के उद्देश्य से Design किया गया है। यह Confidentiality को बनाए रखने और Security को बढ़ावा देने वाले विभिन्न Security और Anonymity Features के साथ आता है,

जैसे कि Traffic को Tor Relays के माध्यम से Root करना और Websites के खिलाफ Security Warnings Provide करना। यह Internet Activities को छिपाने और Safe रखने के लिए एक महत्वपूर्ण Equipment हो सकता है, खासकर जब आप गोपनीयता की जरूरत महसूस करते हैं।

मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह आर्टिकल Tor Browser क्या है? जरुर पसंद आई होगा। हमने आपको इस आर्टिकल में Tor Browser क्या है? की सारी Information सरल व स्पष्ट शब्दों में दी है। अगर आपको यह आर्टिकल Tor Browser क्या है? अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ Share जरुर करें था अपने Social Media पर भी Share करें ताकि अन्य लोगों को भी Tor Browser क्या है? के बारें में जान सकें।  

अगर आपके मन में Tor Browser क्या है? को लेकर कोई भी Doubts है तो आप हमें  नीच Comments लिखकर पूछ सकते है। अगर आप इसी तरह की ओर Information के बारे में जानना चाहते है तो हमारी Website Frenkstech.com के साथ जुड़े रहें। धन्यवाद !

 

FAQs –

Q. 1 Tor Browser क्या है? 

Ans. Tor Browser की बात करूँ तो ये एक ऐसा Software है जिसके Help से users  Internet को Anonymously या Confidentiality से Browse कर सकते है।

Q. 2 Tor Browser का use किस प्रकार लोग करते है? 

Ans. Tor Browser को खास कर जो लोग use करते है उनमें है – BlackHat Hackers, Gray Hat Hackers और White Hat Hackers और इसी Type के Technical लोग जो अपनी पहचान को छिपाकर रखना चाहते है।

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