Web Publishing Componentes – Web Publishing के Componentes

Web Publishing के Componentes – Web Editors, HTML Pages बनाने का कार्य तो अच्छी तरह से करते है, मगर इन Pages के साथ हम सब एक पूर्ण Website बनाने का कार्य नहीं कर पाते। 

HTML Coding से हम अपने Links को अपने Computer पर ही रहकर Chack तो कर सकते है, परंतु अन्य विषय से Programs की भी जरूरत होती है।

वे सभी हमारे Web Pages को नियमित तौर पर Update कर सकते है। इसके लिए आपको दोबारा Page के उन Link को Type करने की आवश्यकता नहीं होती। 

Web Publishing Componentes (Web Publishing के Componentes) –

किसी भी Website को तैयार करने और उसके पूरा हो जाने पर किसी Host Server पर Upload करने की Process को Web Publishing कहा जाता है। 

 

Web Publishing के चरण –

कोई Website तैयार करके उसे इन्टरनेट पर उसके उपयोग के लिए डालने की Process एक लम्बी प्रक्रिया है, जो किसी पुस्तक के प्रकाशन की तरह कई चरणों में पूरी की जाती है। इस पूरी Process को हम निम्नलिखित पांच में बाँट सकते है –

  1. Domain नाम का रजिस्ट्रेशन करना
  2. Web Hosting
  3. Website Design और विकास 
  4. प्रचार और प्रमोशन 
  5. रखरखाव

किसी सफल Website के लिए ये सभी चरण महत्वपूर्ण है।

 

Domain Name रजिस्ट्रेशन –

किसी Website Domain Name उसका ऐसा या पता है। जिससे Internet के Users द्वारा उसको पहचाना और देखा जाता है। Web Publication का पहला चरण उस Website के लिए कोई Domain Name करना और किसी Web Server पर उस Domain नाम को Registered करना होता है।

 

Domain Name चुनना –

अपनी Website के लिए Domain नाम का चयन आपको स्वयं करना होता है। यह नाम ऐसा होना चाहिये, जो पहले से किसी अन्य Website का ना हो और आपकी Site के उदेश्य तथा सामग्री का संकेत देता हो। 

सामान्यत: कोई Company अपने नाम जैसा ही Domain नाम Registered कराता है, यदि वह उपलब्ध हो। यदि वह उपलब्ध नहीं है, तो उससे मिलता जुलता कोई नाम लिया जा सकता है, जो उपलब्ध हो।

Website के लिए Domain नाम चुनना समय निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखना चाहिए –

Domain Name ऐसा होना चाहिए, जो आपका या आपकी Company का या आपके ब्रांड का नाम हो। ऐसा करने से आपके ग्राहको को अपनी Website तक पहुचना सरल होगा, क्योकि किसी भी व्यक्ति के लिए भिन्न नामों को याद रखना संभव नहीं होता है।

Domain Name जितना छोटा हो उतना ही रहता है। छोटे नामो को याद रखना या type करना भी सरल होता है। Domain Name 67 अक्षरों जितने लम्बे भी हो सकते है।

Domain Name में High Fun ( – ) या डैश ( – ) का उपयोग सामन्यत: नहीं होना चाहिए। Domain Name में Capital अक्षरों के प्रयोग से बचना चाहिए। समान्यत: सभी Domain Name छोटे अक्षरों में रखे जाते है।

Domain Name में बहुवचन का प्रयोग नहीं होना चाहिए, क्योकि कर बार Users बहुवचन अथार्त अक्षर Type करना भूल जाते है। इससे गलत Website खुल जाती है।

Domain Name में आपकी Site के उदेश्य का भी पता चलता है। अत: यदि आपकी Site परोपकारी या स्वयसेवी संस्था है, तो आपको कभी भी .COM नाम नहीं लेना चाहिए। इसके बजाय .ORG वाला Domain Name लेना चाहिए।

यदि आप इन बातो को ध्यान में रखते हुए अपना Domain Name तय करेंगे, तो आपकी Website के सफल होने की अधिक सम्भावना होगी।

 

Domain Name Registered करना –

Domain Name Register जिसे Network Information Center जाना जाता है, Domain Name System का एक भाग है, जो Domain Names को IP Address में बदलता है। 

 

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निष्कर्ष (Conclusion) –

Web Publishing के Componentes – दोस्तों आज हमने आपको “Web Publishing के Componentes” के बारे में सारी जानकारी उपलब्ध करवाई है। 

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