Auxiliary Memory – आज हम इस पोस्ट में Auxiliary Memory के बारे में जानेगें। Auxiliary Memory को Secondary Memory भी कहा जाता है। इसका use Data और Information को बड़ी मात्रा में Store करने के लिए किया जाता है।
अगर आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़ेगें तो आपको Auxiliary Memory की पूरी Information के बारे में आसन व सप्ष्ट शब्दों में जान पायेंगें तो चलियें शुरू करते है….
Auxiliary Memory in Hindi –
Auxiliary Memory को Secondary Memory भी कहा जाता है। इसका use Data और Information को बड़ी मात्रा में Store करने के लिए किया जाता है। Auxiliary Memory कंप्यूटर का Part नहीं होता है, इस Auxiliary Memory को कंप्यूटर में अलग से जोड़ा जाता है।
Auxiliary Memory एक Non-Volatile मैमोरी होती है अर्थात यह Data को हमेशा के लिए Store करके रखती है Auxiliary Memory की Price बहुत कम होती है और इसकी Capacity अधिक होती है।
Auxiliary Memory को Hindi में सहायक मेमोरी कहा जाता है। यह एक प्रकार की मेमोरी होती है जिसका use कंप्यूटर में Data को Permanent Store करने के लिए किया जाता है।
Auxiliary Memory में उस Data को Store किया जाता है जिसका use user तुरंत नहीं करता, बल्कि इसमें उस Data को Store किया जाता है जिसका use लम्बे Time तक किया जायेगा।
यदि किसी कारण Electricity चली जाती है और कंप्यूटर Shut Down हो जाता है तब भी यह Memory Information या Data को Store करके रखती है।
ऑक्सिलियरी मैमोरी के Data को CPU के द्वारा सीधे Access नहीं किया जा सकता। इस Memory के Data को पहले Primary Memory में Load किया जाता है और उसके बाद CPU इस Data को Access कर सकता है।
इस Memory को Secondary Storage, Secondary Memory, External Storage और External Memory के नाम से भी जाना जाता है। ऑक्सिलरी मैमोरी के Many Types है जैसे – Magnetic Disks, Magnetic Tapes, और Optical Disks आदि।
ऑक्सिलियरी मैमोरी के प्रकार (Types of Auxiliary Memory) –
Magnetic Disk
Magnetic Tape
मैग्नेटिक डिस्क (Magnetic disk) –
Magnetic disk एक प्रकार की Memory होती है जिसे Metal और प्लास्टिक की मदद से बनाया जाता है। इस Memory को बनाने के लिए Magnetic Material का use किया जाता है। Magnetic disk का use Data को Read, Write, Rewrite और Access करने के लिए किया जाता है।
Magnetic disk अपने कार्यो को पूरा करने के लिए Magnetization Process का use करती है। Magnetic disk एक प्रकार की Secondary Memory होती है जिसका use विभिन्न प्रकार के Program और Files को Store करने के लिए किया जाता है।
RAM (Random Access Memory) की तुलना में यह सस्ती होती है और अधिक मात्रा में Data को Store कर सकती है।Magnetic disk में Data को आसानी से Modify और Delete किया जा सकता है। Magnetic disk का अविष्कार 1956 में IBM (International Business Machine) के द्वारा किया गया था।
Magnetic Disk के फायदे (Advantage of Magnetic Disk) –
1 – Magnetic disk RAM (Random Access Memory) की तुलना में सस्ती होती है।
2 – इसमें Data को Access करना आसान है।
3 – यह बड़ी मात्रा में Dataको Store कर सकती है।
4 – यह Magnetic Tape की तुलना में Data को Fast Motion से Transfer करती है।
5 – इसमें Data Corrupt होने की संभावना कम होती है।
मैग्नेटिक डिस्क के नुकसान (Magnetic Disk ke Disadvantages) –
1 – यह Magnetic Tape से ज्यादा महंगी है।
2 – इस Memory को Store करने के लिए Clean Environment की जरूरत होती है।
3 – इसमें Data Safe नहीं होता। इसे Hacker Hack कर सकते है।
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मैग्नेटिक टेप (Magnetic Tape) –
Magnetic Tape Data को Store करने की सबसे Old Technique है, यह बहुत अधिक मात्रा में Data को Store कर सकता है और इसकी Price भी बहुत कम होती है।
इसमें Data को Store करने के लिए एक पतली प्लास्टिक Ribbon का use किया जाता है। इस Ribbon के केवल एक तरफ ही Data को Store किया जा सकता है। यह मेमोरी Read-Write Mechanism का use करती है जिसकी मदद से यह Data को लिख और पढ़ सकती है।
Magnetic Tape काफी सस्ता होता है और तेज Speed से Data को एक स्थान से दुसरे स्थान में Transfer करता है Magnetic Tape में Data को Access करने की Speed बहुत ही कम होती है इसलिए इसका use ज्यादातर Backup लेने के लिए किया जाता है।
Magnetic Tape की Store Capacity 100 GB से 200 GB तक होती है। अर्थात यह 100 से 200 GB तक के Data को Store कर सकती है।
Magnetic Tape के फायदे (Advantages ke Magnetic Tape) –
1 – Magnetic Tape की Price कम होती है।
2 – इसे बनाने में कम Cost आता है।
3 – इसमें Data का Backup लिया जा सकता है।
4 – इसका use बड़ी Files को Store करने के लिए किया जा सकता है।
5 – इसका use Reuse किया जा सकता है।
6 – यह Flexible है जिसे Compact करना आसान है।
Magnetic Tape के नुकसान (Disadvantages ke Magnetic Tape) –
1 – इसमें Data की Quality Time के साथ खराब होती जाती है।
2 – इसमें Store Data को Modify करना Difficult है।
3 – इसमें Data को केवल Specific प्रकार के Device में पढ़ा जा सकता है।
4 – यह Magnetic disk की तुलना में Slow है।
FAQs –
Q. 1 ऑक्जिलरी मेमोरी क्या है?
Ans. Auxiliary Memory को Secondary Memory भी कहा जाता है। इसका use Data और Information को बड़ी मात्रा में Store करने के लिए किया जाता है। Auxiliary Memory कंप्यूटर का Part नहीं होता है, इस Auxiliary Memory को कंप्यूटर में अलग से जोड़ा जाता है।
Q. 2 कंप्यूटर की सहायक मेमोरी कौन सी है?
Ans. Computer System में Use की जाने वाली सबसे विशिष्ट सहायक Memory Device “चुंबकीय डिस्क और टेप” है।
Q. 3 अस्थायी मेमोरी कौन सी है?
Ans. कंप्यूटर की अस्थायी मेमोरी RAM (Random Access Memory) होती है।
निष्कर्ष (Conclusion) –
मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह आर्टिकल Auxiliary Memory in Hindi जरुर पसंद आई होगा। हमने आपको इस आर्टिकल में Auxiliary Memory in Hindi की सारी Information सरल व स्पष्ट शब्दों में दी है।
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