ROM Full Form – हम सभी ROM के बारे मे कुछ न कुछ जानते है। लेकीन ROM का पुरा नाम कोई भी व्यक्ति नहीं लेता। या कहे तो ROM का पुरा नाम अधिकाश व्यक्तियो को नहीं पता है। अगर आप भी ROM का पुरा नाम जानना चाहते हो तो हम आपको इस Article मे ROM का पुरा नाम बताएंगे। उस से पहले हम आपको ROM का परिचय देना चाहते है, जिससे आप ROM के बारे मे कुछ जानकारी ले सके। तो चालिए ROM Full Form के बारे में जानते है…
ROM Full Form (रोम का पुरा नाम) –
ROM का पुरा नाम (Read Only Memory) है।
- R – Read
- O – Only
- M – Memory
ROM को हिन्दी मे क्या कहते है? –
ROM को हिन्दी भाषा मे केवल “पठनीय मेमोरी” कहा जाता है। यह एक प्रकार की Device Memory होती है। जिसे आप पढ़ सकते है। लेकिन इसे लिख नहीं सकते।
- R – पठनीय (Read)
- O – केवल (Only)
- M – मेमोरी (Memory)
Rom का परिचय –
“ROM” जिसे सभी रीड ओनली मेमोरी के नाम से जानते हैं। यह अनेक Device और Computer मे होती है, ROM का कार्य Data को स्थाई सुरक्षित रखना होता है। जिसे हम देख और उस Data को पढ़ सकते है, जिसे हम लिख नहीं सकते केवल उस Data का उपयोग कर सकते है।
ROM का प्रयोग Bootloader, Firmware, बेसिक इनपुट और आउटपुट सिस्टम अन्य सिस्टम सेटिंग को स्थापित करने मे किया जाता है। ROM Memory Chip के रूप मे होती है।
Device या Computer मे शुरुआती Setup करने मे अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। आपने ROM का परिचय तो जान लिया। तो चलिए अब इसके प्रकारों के बारे जानते है।
Rom के प्रकार –
Rom के निम्नलिखित तीन प्रकार है।
1. PROM (Programmable Rom) –
यह ROM वह ROM होती है, जिन्हें Program करके लिख सकते है। PROM को एक बार लिखने के बाद दोबारा पूर्ण Program नही कर सकते। इसका पूरा नाम “Programmable Read Only Memory” है।
यह निटिनोल (Nitinol) धातु की बनी होती है। इसे मिश्र धातु कहा जाता है। इसमें सूचनाओं को स्थाई रूप से Store किया जा सकता है।
2. EPROM (Erasable Programmable Rom) –
इस ROM का पुरा नाम “Erasable Programmable Read Only Memory” है। इस ROM को पैलेडियम (Palladium) धातु से बनाया जाता है। यह EPROM ऐसी Memory है। जिसे पूर्ण प्रोग्राम नही किया जा सकता है।
E-Prom को उसके सर्किट से हटा कर उसे सूर्य की किरणों मे रखा जाए तो सभी सूचनाएं मिटा सकते है। E-Prom को बर्नर की मदद से पूर्ण प्रोग्राम किया जा सकता है। E -Prom मे सभी सूचनाएं स्थाई होती है।
3. EEPROM (Electronically Erasable Memory) –
इस Memory का पुरा नाम “Electronically Erasable Read Only Memory) है। इसे भी पैलेडियम (Palladium) धातु से बनाया गया है। EEProm यह एक ऐसी Memory है। जिसे सर्किट से हटाने और निर्माता को पूर्ण भेजने की आवश्यकता नहीं होती।
आप इस ROM को Software या Program की सहायता से आपके अपने Device या Computer मे प्रोग्राम कर सकते है। इस ROM को आप Electrically मिटा सकते है और पूर्ण Program कर सकते है।
हमने आपको ROM के तीनों प्रकारों के बारे में विस्तार से बताया है। PROM, EPROM, EEPROM ये सभी Rom की एक विशेषता यह है कि अगर आपका Device या Computer बंद हो जाता है।
तो आपका सम्पूर्ण Data आपकी इन ROM मे Save रहेगा। आपके पास इन तीनो मे से कोई भी ROM हो। यह सभी ROM अपने-अपने स्थानों पर Best है।
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FAQs –
Q 1. ROM को हिन्दी मे क्या कहते है?
Ans – ROM को हिन्दी भाषा मे केवल “पठनीय मेमोरी” कहा जाता है।
Q 2. ROM के कितने प्रकार है?
Ans – Rom के निम्नलिखित तीन प्रकार है।
- PROM (Programmable Rom)
- EPROM (Erasable Programmable Rom)
- EEPROM (Electronically Erasable Memory)
Q 3. EPROM (Erasable Programmable Rom) क्या है?
Ans –
इस ROM का पुरा नाम “Erasable Programmable Read Only Memory” है। इस ROM को पैलेडियम (Palladium) धातु से बनाया जाता है। यह EPROM ऐसी Memory है। जिसे पूर्ण प्रोग्राम नही किया जा सकता है।
निष्कर्ष (Conclusion) –
हमने इस Article मे आपको ROM Full Form, ROM का परिचय वह ROM के प्रकार के बारे में संपूर्ण जानकारी दी है। अगर आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करें वह Frenks Tech.com Site पर ऐसी Technology से जुड़ी सूचनाओं को प्राप्त करने के लिए बने रहें। धन्यवाद!