CAD क्या है? – दोस्तों आज हम आपको “सीएडी क्या है?” के बारे में विस्तार से बताएंगे। सीएडी एक Designing Software है। सीएडी का आविष्कार Auto सीएडी Company के द्वारा 1982 में Design किया गया था।
जिसकी सहायता से 2D और 3D Design बनाए जा सकते है। इसका उपयोग खासतौर पर Engineers के द्वारा ही किया जाता है। तो चलिए जानते है….
CAD क्या है? (CAD Kya Hai in Hindi) –
सीएडी एक Designing Software है। जिसकी इस्तेमाल से Computer के अंदर किसी भी प्रकार के 2D या फिर 3D Designing और Drafting कर सकते है और इसके इस्तेमाल से आप किसी भी Building या Machine का 3D Design या फिर Model बना सकते है।
सीएडी का आविष्कार Auto CAD Company के द्वारा 1982 में Design किया गया था। जिसकी सहायता से 2D और 3D Design बनाए जा सकते है। इसका उपयोग खासतौर पर Engineers के द्वारा ही किया जाता है।
- सीएडी Software तथा Hardware का एक Combination होता है। जिसकी सहायता से Engineers किसी भी प्रकार की Picture को Design कर सकते है।
- सीएडी (Computer Aided Design) का उपयोग Engineer, Architect, Drafters के द्वारा तकनीकी Drawing या फिर किसी Perfect Picture को बनाने के लिए करते है।
- सीएडी का इस्तेमाल 2D (Two – Dimensional) Photo या 3D (Three – Dimensional) में किसी Model बनाने के लिए किया जाता है।
CAD Full Form – CAD का पूरा नाम क्या है?
CAD Full Form – Computer Aided Design होता है। इसे सामान्य भाषा में “कंप्यूटर एडेड डिजाइन” कहते है।
C | Computer |
A | Aided |
D | Design |
CAD के प्रकार (Type of CAD) –
सीएडी Program 3 प्रकार के होते है –
- 2D CAD (सीएडी)
- 3D CAD (सीएडी)
- 3D Wireframe and Surface Modeling (वायरफ्रेम और सतह मॉडलिंग)
2D CAD –
2D सीएडी के बहुत सारे Applications होते है, लेकिन यह सबसे ज्यादा Use किया जाता है। Vector – Based Layouts Design बनाने के लिए 2D सीएडी का इस्तेमाल होता है।
उदाहरण के तौर पर – Architects इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते है। सीएडी Software को Building Floor Plans और Outdoor Landscapes के Overhead Views को Create करने के लिए Use किया जाता है।
इनके Layouts Vector Graphics में होते है। इन्हें अलग – अलग Sizes में Scale किया जा सकता है। Proposals और Blueprints में इनका इस्तेमाल किया जाता है।
Drawings जैसे – Sketches और Mockups 2D सीएडी के अंतर्गत आते है। किसी एक Design Process के शुरुवाती दौर में ये बहुत ही Common होते है।
3D CAD –
3D सीएडी का सबसे ज्यादा Use Video Games और Animated Films को Develop करने के लिए होता है। वहीँ इसके बहुत से Real – World Applications भी है, जैसे – Product Design, Civil Engineering और Simulation Modelling आदि।
3D सीएडी के अंतर्गत आते है – Computer – Aided Manufacturing (CAM), जिसमें की Three – Dimensional Objects की Actual Manufacturing होती है।
2D सीएडी Drawings के तरह ही 3D Models भी Typically Vector – Based होते है। लेकिन Vectors के अंतर्गत – Three Dimensions, ना की Two Dimensions आते है।
ये Allow करता है की Designers को Create करने के लिए Complex 3D Shapes जिसे – Move, Rotate, Enlarge और Modify किया जा सकता है।
कुछ 3D Models को केवल Polygons से ही Create किया जाता है। वहीँ Bézier Curves और Rounded Surfaces दूसरों के अंतर्गत में आते है।
जब एक 3D Model Create किया जाता है, तब एक सीएडी Designer को उस Object की Basic Shape या “Wireframe.” को सबसे पहले Construct करना पड़ता है।
एक बार Shape पूर्ण हो जाये। फिर Surfaces को उसमें Add किया जाता है। जिसमें Colors, Gradients या Designs आते है। जिन्हें Apply किया जाता है। इस Process को Texture Mapping कहा जाता है।
अधिकतर सीएडी Programs में ये Ability होती है। जिससे Lighting को Adjust किया जा सके, जो की Objects की Shadows और Reflections पर Affect करती है। कुछ Programs के अंतर्गत एक Timeline भी होता है। जिसका इस्तेमाल 3D Animations Create करने के लिए होता है।
3D Wireframe and Surface Modeling –
3D Wireframe और Surface Modeling का Use Wireframe Pattern बनाने के लिए किया जाता है, जो पारदर्शी (Transparent) होते है और Designer उनका Use 3D Structure का हिस्सा बनाने के लिए कर सकते है।
CAD के फायदे (Advantages of CAD in Hindi) –
- Engineering में Production Rate को बढ़ाने के लिए इसका Use किया जाता है।
- सीएडी के द्वारा बनाए गए Design Clean and Beautiful होते है।
- सीएडी में Manual Drafting के कारण Errors में कमी होती है।
- इसके द्वारा निर्माण किए गए Design Realistic and Sophisticated होते है।
- सीएडी के द्वारा बनाए गए Design में बदलाव आसानी से हो जाता है।
- सीएडी का Use करने से समय की भी बचत होती है।
CAD से नुकसान (Disadvantages of CAD in Hindi) –
- अचानक Computer बंद या खराब होने से Work पूरी तरह Incomplete or Destroyed हो जाता है।
- सीएडी में बनाए गए Work को Hack किया जा सकता है।
- इसके Software को चलाने के लिए सीखने की आवश्यकता होती है।
- अगर Computer कंही खराब या उसकी CD बेकार हो जाए तो पूरा बनाया गया Design Erased जाता है।
- अगर Computer को सुरक्षित नहीं रखा गया, तो Design वाले CD और Cassette Virus से Afflicted हो जाते है।
- Use किए जाने वाले सीएडी Software और Operating System को हमेशा Update करना होता है।
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FAQs –
Q.1 CAD का पूरा नाम क्या है?
Ans. सीएडी का पूरा नाम – Computer Aided Design होता है।
Q. 2 CAD के कितने प्रकार होते है?
Ans. सीएडी Program 3 प्रकार के होते है –
- 2D सीएडी
- 3D सीएडी
- 3D Wireframe and Surface Modeling (वायरफ्रेम और सतह मॉडलिंग)
निष्कर्ष (Conclusion) –
सीएडी क्या है? – दोस्तों आज हमने आपको “सीएडी क्या है?” के बारे में सारी जानकारी उपलब्ध करवाई है। अगर आपको यह Article अच्छा लगा है तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरुर Share करें और अगर आप इस Article से सम्बंधित कोई सवाल पूछना चाहते है।
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