SRAM क्या है? : संरचना, प्रकार और उपयोग | SRAM और DRAM में क्या अंतर है? | Top 5 Best info

SRAM क्या है? – Static Random Access Memory संक्षेप रूप में SRAM कहा जाता है। यह एक प्रकार की Semiconductor Memory है। इसमें Data तब तक स्थिर रहता है।

जब तक Memory Chip को Electric Power की आपूर्ति की जाती है। यह Transistor और Gates से बने Use of Circuit करके Data Store करता है।

SRAM क्या है? (What is SRAM) –

एसआरएएम में Data को Transistor में Store किया जाता है तथा इसमें Constant Power की आवश्यकता होती है। एसआरएएम को Static Memory इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसके Data में कोई Change नहीं किया जा सकता है।

सामान्य तौर पर एसआरएएम का Use Fast Speed Loading के लिए CPU की Cache Memory में किया जाता है। DRAM की जगह एसआरएएम कम Electricity Consumption (कम बिजली खपत), High Flexibility (उच्च लचिलापन), Better Performance (बेहतर प्रदर्शन), Low Idle Time तथा Fast Processing Speed है।

 

SRAM Full Form –

                              S                             Static                 
                              R                           Random
                              A                           Access
                              M                           Memory

Static RAM का पूर्ण रूप Static Random Access Memory है। यह RAM का ही एक प्रकार है यह हमारे Data को Store करने के लिए Derivation – Flop (व्युत्पत्ति – फ्लॉप) का Use करता है। यह स्वभाविक रूप से एक Volatile Memory है। 

SRAM की संरचना (Structure of SRAM) –

Static RAM का Construction Derivation – Flop पर आधारित Latching Circuitry की सहायता से किया जाता है। ये Derivation – Flop Data को Bit By Bit Store करता है।

ये सामान्य तौर पर SRAMS 4 और 6 Transistor Memory Cell का Use करते हैं तथा ये Light चालू रहने तक Data को उनमे Store रखते हैं।

 

SRAM के प्रकार (Types of SRAM) –

Static RAM को दो प्रकारों में विभाजित किया है। जो इस प्रकार से है –

  • Synchronous Static RAM (सिंक्रोनस एसआरएएम)
  • Asynchronous Static RAM (अतुल्यकालिक एसआरएएम)

 

Synchronous SRAM – 

इन Memories को External Clock की सहायता से Synchronous किया जाता है। Memory को Read करने तथा Write करने की Processing केवल Clock के Specific Steps में होती है।

 

Asynchronous SRAM – 

यह Synchronous Static RAM के विपरीत कार्य करती है। ये Memories Receive Instructions होते ही Read और Write शुरू हो जाता हैं क्योंकि वहां कोई Clock मौजूद नहीं होती है।

 

SRAM और DRAM में क्या अंतर है? –

                          SRAM                            DRAM
एसआरएएम में Information या Data को Store करने के लिए Transistor का Use होता है।DRAM में Information या Data को Store करने के लिए Capacitor का Use होता है।
इसमें Capacitor का Use नहीं होता है इसलिए इसे Refresh करने की आवश्यकता नहीं होती है।इसमें अधिक समय तक Information को Store करने के लिए Capacitor के Content को समय-समय पर Refresh करने की आवश्यकता होती है।
             

Static RAM काफी Fast है।

                DRAM थोड़ा Slow होती है।
           

Static RAM काफी महँगी होती है।

                DRAM का कम Cost होता है।
     

Static RAM कम Density वाली Device हैं।

      DRAMs ज़्यादा Density वाली Device हैं।
   

Static RAM का Use Cache Memory में होता है।

      DRAM का Use मुख्य Memory में होता है।

 

Static RAM का इतिहास (History of SRAM) –

 

          Static RAM First Edition              1963 Robert Norman के द्वारा
          पहला 64 – Bit P – Channel              1964 में John Schmidt के द्वारा

Static RAM का First Edition (पहला चरण) 1963 में Robert Norman के द्वारा बनाया गया था। इसे Semiconductor Bipolar Static RAM कहा गया है तथा 1964 में इसका पहला 64 – Bit P – Channel SRAM John Schmidt के द्वारा बनाया गया था।

 

Transistor and a Tunnel Diode Latch के साथ मिलकर  1965 Memory Device का निर्माण किया
IBM (International Business Machines) Team ने 1965 16 – Bit Memory Device का निर्माण किया

इसके एक साल बाद 1965 में Transistor and a Tunnel Diode Latch के साथ मिलकर एक Memory Device का निर्माण किया। उसी वर्ष में IBM (International Business Machines) में काम कर रही एक Team ने सफलतापूर्वक 16 – Bit का एक Memory Device बनाया था। इसमें 4 Diode, 64 Resistance और 80 Transistor शामिल थे।

 

SRAM
SRAM

SRAM के उपयोग –

DRAM की तुलना में अपनी Fast Operation Speed तथा कई Other Benefits के कारण Static RAM का Use Different Areas में होता है –

  • डिजिटल से एनालॉग कन्वर्टर्स (Digital to analog converters)
  • इलेक्ट्रॉनिक उपकरण (Electronic Equipment)
  • माइक्रोप्रोसेसरों (Microprocessors)
  • मोबाइल फोन (Mobile Phone)
  • सिंथेसाइज़र (Synthesizer)
  • हार्ड डिस्क बफ़र्स (Hard Disk Buffers)
  • नेटवर्किंग (Networking)
  • कम्पुटर अनुप्रयोग (Computer Applications)

 

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Static RAM All Full Form –

  • सिमटेक कॉर्पोरेशन (Simtech Corporation)  
  • स्क्वैश रैकेट्स एसोसिएशन ऑफ मलेशिया (Squash Rackets Association of Malaysia)
  • वैकल्पिक चिकित्सा की वैज्ञानिक समीक्षा (Scientific Review of Alternative Medicine)
  • कम दूरी तक हमला करने वाली मिसाइल (Short Range Attack Missile) 
  • अनुक्रमिक रैंडम एक्सेस मेमोरी (Sequential Random Access Memory) 
  • Squash Rackets Association of Maharashtra (स्क्वैश रैकेट्स एसोसिएशन ऑफ महाराष्ट्र)

 

FAQs –

Q. 1 SRAM का पूरा नाम क्या है?

Ans. SRAM Ka Pura Naam – Static Random Access Memory होता है

 

Q. 2 SRAM के कितने प्रकार होते है?

Ans. Static RAM को दो प्रकारों में विभाजित किया है। जो इस प्रकार से है –

  • Synchronous Static RAM (सिंक्रोनस एसआरएएम)
  • Asynchronous Static RAM (अतुल्यकालिक एसआरएएम)

 

निष्कर्ष (Conclusion) – 

दोस्तों आज हमने आपको SRAM क्या है? के बारे पूरी जानकारी देनी की कोशिश की है। अगर आपको कुछ नया सीखने को मिला है तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर Share करें और अगर आप इससे जुड़ा कोई सवाल पूछना चाहते है तो हमें Comment Box में जरुर Message करें। धन्यवाद !

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